महाअघाड़ी गठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर पेंच, फिर क्यों उद्धव ठाकरे और शरद पवार ने उतार दिए कैंडिडेट्स?

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Maharashtra Assembly Election 2024: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव को लेकर चुनावी दल तैयारियों में लगे हैं. महाअघाड़ी गठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर पेंच फंसा हुआ है. इसी बीच उद्धव ठाकरे और शरद पवार ने दो-दो कैंडिडेट की घोषणा भी कर दी है. अब ऐसे में सवाल ये उठ रहे हैं कि क्या महाअघाड़ी में फूट पड़ गई है? क्योंकि बिना सीट बंटवारे के ही दोनों नेताओं ने अपनी पार्टी से 2-2 कैंडिडेट चुनावी मैदान में उतार दिए हैं.

\Maharashtra Assembly Election 2024: महाराष्ट्र में इसी साल 288 विधानसभा सीटों पर चुनाव होने है. इस चुनाव में एक तरफ महाअघाड़ी अखाड़ा तो दूसरी और महायुति गठबंधन आमने-सामने हैं. चुनाव को लेकर महाराष्ट्र की राजनीति में अपना दम खम दिखाने के लिए राजनीतिक रेस शुरू हो चुकी है. क्योंकि सीट बंटवारे को लेकर मची माथापच्ची के बीच प्रदेश के बड़े नेता शरद पवार और उद्धव ठाकरे ने अपने कैंडिडेट्स की घोषणा कर दी है. दोनों नेता अब तक कुल मिलकर 4 सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा कर चुके हैं. इस घोषणा के बीच ऐसे सवाल उठ रहे हैं कि क्या महाअघाड़ी गठबंधन में फूट पड़ गई है?

शिवसेना (यूबीटी) और एनसीपी (शरद पवार) ने जिन सीटों के लिए उम्मीदवार की घोषणा की है वहां पर अन्य सहयोगी दलों की भी दावेदारी की बात की जा रही है. इसीलिए महाअघाड़ी गठबंधन को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म है.

किन सीटों पर उद्धव ठाकरे  ने उतारे उम्मीदवार

उद्धव गुट की शिवसेना ने नासिक की मध्य सीट से पूर्व विधायक वसंत गीते और पश्चिम सीट से सुधाकर बडगुजर को अपना कैंडिडेट बनाया है. इन सीटों पर बीजेपी ने जीत दर्ज की थी. नासिक मध्य से देवयानी फरांदे और नासिक पश्चिम से सीमा हेराय को 2019 के विधानसभा चुनाव में जीत मिली थी.

शरद पवार ने भी उतारे दो कैंडिडेट

उद्धव ठाकरे के अलावा एनसीपी (शरद पवार)  ने भी अपने दो कैंडिडेट मैदान में उतार दिए हैं.  शरद पवार ने  ने तासगांव से रोहित पाटिल और अकोले से अमित भांगरे को आगामी विधानसभा चुनाव के लिए अपना कैंडिडेट अनाउंस किया है. जिन दो सीटों पर शरद पवार ने कैंडिडेट उतारे हैं वहां पर अभी अजित पवार गुट का कब्जा है.

क्या कांग्रेस को साइड कर रहे शरद-उद्धव?

महायुति गठबंधन में शामिल कांग्रेस इस समय चुप है. हालांकि, कांग्रेस के नेता विरोध जरूर कर रहे हैं. लेकिन विरोध की आवाज सार्वजनिक नहीं हो रही है. ऐसे में ये भी सवाल उठ रहे हैं कि क्या शरद पवार और उद्धव ठाकरे का गेम प्लान कुछ और है. कहीं इस प्लान में कांग्रेस को साइड करने का प्लान तो शामिल नहीं?

क्यों दोनों नेताओं ने उम्मीदवारों की घोषणा की?

महाअघाड़ी गठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर पेंच फंसा हुआ है. कई राउंड की बैठक होने के बावजूद सीट बंटवारे का मामला सुलझ नहीं पाया है. कांग्रेस 288 में से 120 सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है. ये न तो उद्धव गुट की शिवसेना और न ही शरद गुट की एनसीपी को मंजूर है.  शरद और उद्धव बराबर-बराबर सीट पर चुनाव लड़ने पर सहमत हैं. ऐसे में हर पार्टी 96-96 सीटों पर चुनाव लड़ पाएंगी. लेकिन कांग्रेस अभी इस पर राजी नहीं हुई है.

NDA में भी सीट बंटवारे को लेकर माथापच्ची?

दूसरी ओर शिंदे गुट की शिवसेना, बीजेपी और अजित की एनसीपी में सीट बंटवारे को लेकर पेंच फंसा हुआ है. हालांकि, सूत्रों की मानें तो महायुति गठबंधन में सीट बंटवारे का मामला सुलट गया है. बीजेपी 160, तो शिंदे गुट की शिवसेना 93 और अजित पवार की एनसीपी 90 सीटों पर चुनाव लड़ेगी.     

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