Bhajan Singer Kanhiya Mittal : भजन गायक कन्हैया मित्तल आज किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं, लेकिन शायद ही आप जानते हों कि उनका बचपन बेहद गरीबी में बीता और वे 15 साल तक फ्री में गाना गाते रहे।
Bhajan Singer Kanhiya Mittal: अयोध्या में राम मंदिर निर्माण और साल 2024 के लोकसभा चुनाव के वक्त एक गाना खूब प्रसिद्ध हुआ था, जो राम को लाए हैं, हम उनको लाएंगे। इस गाने को गाया था भजन गायक कन्हैया मित्तल ने! यही कन्हैया मित्तल इस वक्त चर्चाओं में हैं, क्योंकि वह कांग्रेस जॉइन करने जा रहे हैं। इससे पहले भाजपा के साथ उनकी नजदीकी किसी से छुपी नहीं है। वह भाजपा के सभी नेताओं के साथ दिख चुके हैं, लेकिन अब कांग्रेस में जाना सबको हैरान करने वाला था। कन्हैया मित्तल आज किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं, लेकिन एक वक्त था जब वह फ्री में भजन गाया करते थे। आइए जानते हैं कि कैसे कन्हैया मित्तल भजन की दुनिया में अपनी पहचान बना चुके हैं?
चंडीगढ़ के रहने वाले हैं कन्हैया मित्तल
कन्हैया मित्तल चंडीगढ़ के रहने वाले हैं। कन्हैया का बचपन बेहद गरीबी में बीता है। वह व्यापार में पिता की मदद करने की कोशिश करते थे। कन्हैया भी बिजनेसमैन बनना चाहते थे। एक पॉडकास्ट के दौरान कन्हैया मित्तल ने कहा था कि उनके परिवार में कोई भी भजन गायक नहीं है। वह संयोगवश भजन गायक बन गए।
कैसे सिंगर बने कन्हैया मित्तल?
कन्हैया मित्तल ने खाटू श्याम जी और सालासर बालाजी के भजन गाकर नाम कमाया है। बताया जाता है कि महज 7 साल की उम्र से ही वह भजन गा रहे हैं। कई कार्यक्रमों में उन्हें भजन गाने के लिए बुलाया जाता है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, करीब 15 साल तक कन्हैया मित्तल फ्री में भजन गाते थे। NDTV की रिपोर्ट के मुताबिक, कन्हैया मित्तल ने पहली बार ‘कभी राम बनकर कभी श्याम बनकर चले आना प्रभुजी चले आना’ भजन गाया था।
साल 2015 -16 तक कन्हैया ने पैसे लेकर भजन गाना शुरू कर दिया। श्याम बाबा और सालासर बालाजी के लिए कन्हैया ने कई भजन लिखे और गाए। इसमें से अधिकतर भजन हिट हो गए और लोगों ने खूब सराहना की। यूपी विधानसभा चुनाव और लोकसभा चुनाव में कन्हैया मित्तल भाजपा के मंच पर ‘जो राम को लाए हैं, हां हम उनको लाएंगे’ भजन गाते दिखे और खूब प्रसिद्धि हासिल की।
बताया जा रहा है कि कन्हैया मित्तल भाजपा से टिकट चाहते थे और हरियाणा विधानसभा चुनाव में ताल ठोकना चाहते थे, लेकिन भाजपा ने उन्हें टिकट नहीं दिया। इसलिए अब वह कांग्रेस में जा रहे हैं। हालांकि खुद कन्हैया का कहना है कि वह चुनाव लड़ने के लिए कांग्रेस में नहीं जा रहे। अब उनका दिल कांग्रेस की तरफ जा रहा है।