तृणमूल कांग्रेस में ममता बनर्जी बड़े स्तर पर संगठनात्मक बदलाव करने वाली हैं. पश्चिम बंगाल में सब ठीक नहीं चल रहा है. ममता बनर्जी ने अपने कार्यकर्ताओं को निर्देश दिया है कि जो भी अनुशासन तोड़ेगा, उसके खिलाफ एक्शन लिया जाएगा. तृणमूल कांग्रेस में अनुशासनहीनता के कुछ मामले आए हैं, जिसके बाद ममता बनर्जी कुछ बड़े फैसले ले सकती हैं.

पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी के लिए असली चुनौती भारतीय जनता पार्टी (BJP) नहीं है. भले ही ममता बनर्जी के खिलाफ सधे कदमों से बीजेपी ने पांव पसार लिया हो लेकिन ममता ‘अपनों’ से परेशान हैं. ममता बनर्जी की पार्टी में भ्रष्टाचार इस कदर फैला है कि अब खुद पार्टी आलाकमान को इस पर सोचने की जरूरत पड़ गई है. इसके लिए तृणमूल कांग्रेस, अपने संगठन में बड़े व्यापक बदलाव करने की तैयारी में है. 

लोकसभा चुनाव 2024 में 29 लोकसभा सीटों को हासिल करने के बाद भी ममता बनर्जी तनाव में हैं. भले ही विधासनभा में उनके पास प्रचंड बहुमत हो लेकिन ममता बनर्जी की मुश्किलें कम नहीं हो रही हैं. ममता बनर्जी अपने तीसरे कार्यकाल में हुई बगावत पर परेशान हैं. अभिषेक बनर्जी और ममता बनर्जी दोनों लगातार अपने साथियों को आगाह कर रहे हैं कि वे कड़े एक्शन ले सकते हैं अगर कोई भ्रष्टचार में शामिल हुआ.

अपने ही दे रहे ममता बनर्जी को टेंशन!

ममता बनर्जी भ्रष्टाचार से ज्यादा इस बात से डरी हैं कि कहीं कोई पार्टी विरोधी गतिविधि न होने पाए, जिससे हमारी राह मुश्किल हो जाए. अभिषेक बनर्जी ने शहीद दिवस पर कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए बताया कि वे एक महीना से ज्यादा वक्त तक पार्टी की बैठकों से दूर रहे. अब अगले 3 महीनों में पार्टी में बदलाव नजर आएंगे.

संगठनात्मक बदलावों की तैयारी में TMC

तृणमूल कांग्रेस चीफ ममता बनर्जी अपने संगठनात्मक बदलावों के लिए जानी जाती हैं. वे अपनी पार्टी की बैठकों में कई बार कह चुकी हैं कि अनुशासन तोड़ना बर्दाशत् नहीं किया जाएगा. वे बेहद सधे तरीके से तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं को फटकार लगा रही हैं. 

इस वजह से घिरी है ममता सरकार

ममता बनर्जी ने अवैध कब्जा, सरकारी जमीनों पर कब्जा और अतिक्रमण को लेकर हमलावर हैं. उन्होंने सीनियर नेताओं को डांटा है. उन्होंने कहा है कि आम जनता को मिलने वाली बेसिक सुविधाओं के साथ धांधली नह होने पाए. ये बात हर चुने गए प्रतिनिधि तक पहुंचनी चाहिए. 

ममता बनर्जी ने सीनियर नेताओं को आगाह करते हुए कहा है कि सरकारी जमीन पर निर्माणों को तत्काल दुरुस्त किए जाने की जरूरत है. उन्होंने कहा है कि ऐसे कब्जों का नकारात्मक प्रभाव पड़ता है. यह लोगों का पार्टी पर भरोसा तोड़ रहा है. 

नेताओं की सुस्ती, बीजेपी को मौका

ममता बनर्जी ने विकास ने इन्फ्रास्ट्रक्चर को लेकर भी चिंता जाहिर की है. उन्होंने बेसिक सर्विस, वाटर सप्लाई और सड़कों की मरम्मत को लेकर भी आगाह किया है. प्रशासनिक स्तर पर हो रही इन गड़बड़ियों पर भी ममता नाराज हैं. ममता बनर्जी ने कहा कि ऐसा ही हुआ तो वोटर नाराज हो जाएंगे.

अभिषेक बनर्जी ने पार्टी में चल रही गड़बड़ियों को लेकर प्लान तैयार किया है. जिन संसदीय क्षेत्रों में टीएमसी को कम वोट पड़े, उन क्षेत्रों में वोटरों की नराजगी पर उन्होंने सीनियर नेताओं से जवाब मांगा है. ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस, अब बड़े बदलावों से गुजरने वाली है.

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