बजट 2024-25 में महिलाओं के लिए कई योजनाओं की शुरुआत होने वाली है. सरकार कामकाजी महिला हॉस्टलों और शिशु गृहों की स्थापना करने वाली है, जिससे रोजगार में महिलाओं की भागीदारी बढ़े. सरकार ने महिलाओं को रोजगार परक स्पेशल ट्रेनिंग देने के लिए योजना बनाने का ऐलान किया है. महिलाओं के लिए विशिष्ट कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. आइए जानते हैं बजट में महिलाओं के लिए क्या-क्या खास है.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के इस बजट से कोई खुश हो या न हो, महिलाएं बहुत खुश हैं. वित्त वर्ष 2024-25 के लिए बेश किए गए बजट में केंद्रीय वित्त मंत्री ने महिलाओं की भागीदारी को बढ़ाने के लिए बड़े फैसले लिए हैं. आर्थिक विकास की बात, महिलाओं के बिना अधूरी होगी इसलिए सरकार ने महिलाओं के लिए अतिरिक्त बजट का प्रावधान रखा है.
वित्त मंत्री ने ऐलान किया है कि महिलाओं के विकास के लिए 3 लाख करोड़ रुपये की योजनाएं लॉन्च की जाएंगी. महिलाओं के नेतृत्व में विकास को गति देने के लिए निर्मला सीतारमण ने कुछ अहम फैसले लिए हैं.
वित्त मंत्री ने अंतरिम बजट को याद करते हुए गरीब, महिलाएं, युवा और अन्नदाता का जिक्र किया. केंद्रीय बजट 2024-25 का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, ‘हम धर्म, जाति, लिंग और उम्र में भेदभाव किए बिना, अपना अपने लक्ष्यों और आकांक्षाओं को साकार करने के लिए प्रगति करेंगें.’
महिलाओं के लिए क्या करेगी सरकार?
केंद्रीय मंत्री ने ऐलान किया कि सरकार, कार्यस्थल पर महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने पर जोर देगी. महिला संचालित विकास को बढ़ावा देने के लिए इस बजट में महिलाओं और बालिकाओं के लिए 3 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा आवंटन की योजना तैयार की गई है.
महिलाओं को दी जाएगी स्पेशल ट्रेनिंग
सरकार उद्योंगों की मदद से काम करने वाली महिलाओं के लिए हॉस्टल और शिशु गृह बनवाने पर जोर देगी, जिससे महिलाएं, ज्यादा से ज्यादा संख्या में काम कर सकें. महिलाओं को स्पेशल स्किल ट्रेनिंग दी जाएगी, जिससे वे कंपनियों में काम करने योग्य बनें. महिला उद्यमियों की पहुंच बाजार तक हो, इसके लिए भी व्यवस्था की जाएगी.