Delhi Excise Policy Case: सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली आबकारी नीति मामले में गिरफ्तार किए गए AAP के कम्युनिकेशन इंचार्ज विजय नायर को भी जमानत दे दी है. इससे पहले, संजय सिंह, मनीष सिसोदिया और के कविता जैसे नेता जमानत पाकर जेल से बाहर आ चुके हैं.
Vijay Nair: दिल्ली आबकारी नीति मामले में सुप्रीम कोर्ट ने अब विजय नायर को भी जमानत दे दी है. इसी केस में आरोपी रहे आम आदमी पार्टी के नेता मनीष सिसोदिया और बीआरएस नेता के. कविता पहले ही जमानत पर बाहर आ चुकी हैं. फिलहाल, दिल्ली के सीएम और AAP के मुखिया अरविंद केजरीवाल इसी केस में जेल में बंद हैं. विजय नायर को नवंबर 2022 में मनी लॉन्ड्रिंग और आबकारी नीति से जुड़े मामले में गिरफ्तार किया गया था.
विजय नायर की याचिका पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कहा, ‘अगर किसी ऐसे मामले में आरोपी को इतने लंबे समय तक जेल में रखा जाता है, जिसमें सजा ही 7 साल की हो सकती है तो यह उस सिद्धांत का उल्लंघन होगा जिसके तहत कहा जाता है कि जमानत नियम है और जेल अपवाद है. ऐसे में हमारी राय है कि याचिकाकर्ता जमानत का हकदार है.’ पिछले महीने जस्टिस ऋषिकेश रॉय और जस्टिस एसवीए भट्टी की बेंच ने इस केस में ईडी को नोटिस भी भेजा था.
कोर्ट में क्या हुआ?
आज इस मामले की सुनवाई के लिए विजय नायर की ओर से वरिष्ठ वकील अभिषेक मनु सिंघवी पेश हुए. उन्होंने दलील दी कि ईडी ने इस केस में मनीष सिसोदिया को मास्टमाइंड कहा है, विजय नायर को नहीं. इस पर अडिशनल सॉलिसिटर जनरल एसवी राजू ने कहा, ‘वह पार्टी के मीडिया इनचार्ज थे, उनका आबकारी नीति से संबंध नहीं था लेकिन उन्हें लाइसेंस लेने वाले लोगों से पैसे लेने के काम में लगाया गया था. मेरिट के आधार पर देखें तो इन्हें PMLA की धारा 45 के तहत नहीं देखना चाहिए. इनका केस सिसोदिया और कविता के केस से अलग है. इनकी तरफ से केस में जानबूझकर देरी की गई है.’
इस पर जस्टिस रॉय ने कहा, ‘इससे भी गंभीर मामलों में लोगों को जमानत मिलती है. किसी आरोपी को कैद रखना भी उसके लिए सजा जैसा ही है.’ इसी के बाद कोर्ट ने के कविता और मनीष सिसोदिया के केस का भी जिक्र किया और विजय नायर को जमानत दे दी.
कैसे फंसे थे विजय नायर?
विजय नायर एक कारोबारी और AAP के नेता रहे हैं. विजय ने ओनली मच लाउडर (OML) नाम से एक कंपनी शुरू की थी. यह कंपनी स्टैंडअप कॉमेडी और लाइव म्यूजिक शो का आयोजन करती थी. इतना ही नहीं, कई अन्य कंपनियों से भी विजय का नाता रहा है. आरोप है कि मनीष सिसोदिया और अरविंद केजरीवाल के करीबी विजय नायर ने शराब कारोबारी समीर महेंद्रू से 2 से 4 करोड़ रुपये लिए. यह भी आरोप है कि विजय नायर ने ही उन अधिकारियों को ये पैसे रिश्वत के रूप में दिए जो इस केस में आरोपी हैं. ईडी और सीबीआई का आरोप है कि 100 करोड़ रुपये की जो कथित रिश्वत इस आबकारी नीति केस में ली गई वह विजय नायर ने ही ली और उसे आगे बढ़ा दिया.
अपने आरोपों में ये एजेंसियां यह भी कहती रही हैं कि अरविंद केजरीवाल ने कारोबारियों से कहा था कि वे विजय नायर से बात करें और वह सब संभाल लेगा. आरोप है कि विजय नायर ने ही अरविंद केजरीवाल और समीर महेंद्रू की बातचीत करवाई थी.