गुरुवार को मृतका के माता-पिता ने सीबीआई से कहा था कि उन्हें संदेह है कि संजय रॉय मुख्य आरोपी नहीं है बल्कि वह अन्य लोगों के इशारे पर काम कर रहा था. उन्होंने कहा कि उन्हें ऐसा लग रहा है कि उनकी बेटी के साथ सामूहिक बलात्कार हुआ है और अस्पताल प्रशासन इस मामले को जानबूझकर छुपाने की कोशिश कर रहा है.
कोलकाता रेप-मर्डर मामले में सीबीआई बेहद तेजी के साथ जांच पड़ताल में लगी हुई है. मृतक ट्रेनी महिला डॉक्टर से जुड़ी वर्तमान, भूत और भविष्य की हर कहानी को बारीकी से टलोला जा रहा है. शुक्रवार को सीबीआई द्वारा आरजी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष से की गई पूछताछ थोड़े से अंतराल के बाद शनिवार को भी जारी रही. घोष को बेहद कम समय के लिए घर जाने की अनुमति दी गई. हाल ही के समय में बंगाल से जुड़े किसी भी मामले में सीबीआई की यह सबसे लंबी पूछताछ है.
लगातार 23 घंटे तक सीबीआई ने दागे सवाल
मृतक ट्रेनी डॉक्टर के माता-पिता के बयान के आधार पर सीबीआई ने संदीप घोष से लगातार 23 घंटे तक एक के बाद एक कई सवाल पूछे. मृतक ट्रेनी डॉक्टर के माता-पिता ने आरोप लगाया है कि उनकी बेटी कार्यस्थल पर काम के दबाव को लेकर तनाव में थी और काम पर नहीं जाना चाहती थी, और इसी वजह से अस्पताल के डॉक्टरों ने उनकी बेटी की रेप के बाद हत्या को आत्महत्या दिखाने की कोशिश की.
कृपया अफवाह न फैलाएं
पूछताछ के दौरान घोष के हाथ में कई तरह की फाइलें थीं. थोड़े से अंतराल के दौरान जब मीडिया ने उनसे सवाल किया तो घोष ने कहा, ‘सीबीआई ने मुझे गिरफ्तार नहीं किया है…कृपया अफवाह न फैलाएं. मुझे मुख्य आरोपी संजय के सामने नहीं बिठाया गया. उन्होंने मुझसे सवाल किए हैं. मामला अभी जांच के दायरे में हैं और मैं अभी इस समय कुछ भी नहीं बता सकता हूं.’
इस घटना से मेरा कोई लेना-देना नहीं
सूत्रों के मुताबिक, सीबीआई ने कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल पर एक के बाद एक कई सवालों की बमबारी की. मसलन उन्हें मौत के बारे में कब पता चला, उन्हें इस बारे में किसने बताया, पता चलने पर उन्होंने क्या किया. हालांकि घोष ने दावा किया कि इस घटना से उनका कोई लेना-देना नहीं है. शुक्रवार को जांच अधिकारियों ने कॉलेज के कर्मचारियों जैसे नर्स, वॉर्ड ब्वॉय और सिक्योरिटी गार्ड्स से भी बात की थी.
32 गवाहों के बयान दर्ज
जांचकर्मी उन कड़ियों को जोड़ने की कोशिश कर रहे थे जो महिला डॉक्टर की हत्या का कारण बनी या बन सकती थीं. उन्होंने अब तक 32 गवाहों के बयान दर्ज किए हैं. शनिवार की सुबह सीबीआई ने मृतका के एक बेहद करीबी दोस्त से भी पूछताछ की. सीबीआई अब घोष के बयानों को अन्य लोगों के बयानों के साथ जोड़कर मामले की तह तक जाने की कोशिश कर रहे हैं.
माता-पिता ने जताया गैंगरेप का संदेह
बता दें कि गुरुवार को मृतका के माता-पिता ने सीबीआई से कहा था कि उन्हें संदेह है कि संजय रॉय मुख्य आरोपी नहीं है बल्कि वह अन्य लोगों के इशारे पर काम कर रहा था. उन्होंने कहा कि उन्हें ऐसा लग रहा है कि उनकी बेटी के साथ सामूहिक बलात्कार हुआ है और अस्पताल प्रशासन इस मामले को जानबूझकर छुपाने की कोशिश कर रहा है.
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