Kolkata Horror: कोलकाता आरजी कर की 31 साल की पीड़िता के माता-पिता, पुलिस के असहयोग और सबूतों से छेड़छाड़ के बीच न्याय पाने के लिए अपना दृढ़ संकल्प व्यक्त करते हुए विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए. उन्होंने एस्प्लेनेड और राश बिहारी में एक साथ रैली करके अपनी बेटी के लिए न्याय पाने के लिए डॉक्टरों और पूर्व छात्रों के सामूहिक समर्थन के महत्व पर जोर दिया.
Kolkata Horror: कोलकाता कांड को आज एक महीने पूरे हो गए. सोमवार यानी आज इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होनी है. इससे पहले आरजी कर पीड़िता के माता-पिता रविवार को हुए एक प्रदर्शन में शामिल हुए. कोलकाता के एस्प्लेनेड और राश बिहारी में दो रैलियों में से एक में पीड़िता के पिता ने आंसू रोकते हुए कहा कि हमें आसानी से न्याय नहीं मिलेगा. हमें इसे छीनना होगा. ये सभी की मदद के बिना संभव नहीं होगा. आप सभी (प्रदर्शनकारी) हमारे साथ खड़े हैं, जिससे हमें लड़ने की हिम्मत मिलती है.
एक हफ़्ते से भी कम समय में ये दूसरा मौक़ा था, जब पीड़िता के माता-पिता इस तरह के विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए. डॉक्टरों के एक संयुक्त मंच की ओर से एनआरएस अस्पताल से एस्प्लेनेड तक रैली निकाली गई, पीड़िता की मां ने कहा कि इतने सारे लोगों को देखकर उन्हें इस संकट की घड़ी में ताकत मिली. उन्होंने कहा कि हर दिन जब मैं सोचती हूं कि मेरी बेटी ने अपने आखिरी समय में कितना कुछ सहा होगा, तो मैं अंदर से टूट जाती हूं. शुरू से ही पुलिस ने हमारा सहयोग नहीं किया. अगर वे थोड़ा भी सहयोग करते, तो हमें उम्मीद की एक किरण दिखाई देती.
पीड़िता की मां बोली- जघन्य अपराध को पुलिस ने की छिपाने की कोशिश
पीड़िता की मां ने कहा कि ऐसे जघन्य अपराध के बाद भी पुलिस ने इसे छिपाने की कोशिश की. सबूतों के साथ भी छेड़छाड़ की गई. जूनियर डॉक्टर की एक चाची ने भी अपना दर्द बयां किया. उन्होंने कहा कि मैंने उसे (पीड़िता) अपनी आंखों के सामने बड़ा होते देखा था. हम सोच भी नहीं सकते थे कि ऐसा दिन हमारे लिए इंतज़ार कर रहा है. हमें न्याय नहीं चाहिए, हम इसकी मांग करते हैं. हम चाहते हैं कि आप सभी न्याय मिलने तक हमारे साथ खड़े रहें.
रासबिहारी में, जहां दक्षिण कोलकाता के 52 स्कूलों के पूर्व छात्रों ने रैली का आयोजन किया था, पिता ने प्रदर्शनकारियों को हमारा अपना परिवार बताया. पीड़िता के पिता ने कहा कि जनता से मिले भारी समर्थन ने उन्हें अपनी बेटी के लिए न्याय की लड़ाई लड़ने का साहस दिया.
कोलकाता की डॉक्टर की हत्या 9 अगस्त को अस्पताल के सेमिनार हॉल में की गई थी. बाद में पोस्टमार्टम में बलात्कार और मारपीट की पुष्टि हुई. पीड़िता के शरीर पर करीब 25 अंदरूनी और बाहरी चोटें थीं. सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस ने संजय रॉय नाम के एक आरोपी को गिरफ्तार किया. उसे सुबह 4.03 बजे हॉल में प्रवेश करते देखा गया था.
इस बीच, अस्पताल के अधिकारियों और पुलिस की भूमिका सवालों के घेरे में आ गई है क्योंकि उन्होंने एफआईआर दर्ज करने में 14 घंटे की देरी की. माता-पिता ने अस्पताल पर आरोप लगाया है कि वे उन्हें बताकर अपराध को छिपाने की कोशिश कर रहे हैं कि उनकी बेटी ने आत्महत्या कर ली है. उन्हें महिला का शव देखने की अनुमति देने से पहले तीन घंटे तक इंतजार भी कराया गया.