Bihar News: कला, संस्कृति एवं युवा मामले विभाग की अपर मुख्य सचिव हरजोत कौर बमरा ने बताया कि नई फिल्म नीति के तहत फिल्म निर्माताओं को बिहार की समृद्ध सांस्कृति विरासत को दर्शाने वाली फिल्मे बनाने के लिए सहायता मिलेगी. उन्होंने कहा कि पॉलिसी में क्षेत्रीय भाषाओं और अन्य फिल्में, डॉक्यूमेंट्रीज, धारावाहिक बनाने के लिए 4 करोड़ रुपए की आर्थिक मदद दी जाएगी.
बिहार के फिल्म निर्माताओं के लिए नीतीश कुमार सरकार ने शुक्रवार को अपना खजाना खोल दिया. सरकार ने राज्य की पहली फिल्म प्रमोशन पॉलिसी को मंजूरी दे दी. इस पॉलिसी के तहत बिहार के फिल्म निर्माताओं को फिल्म निर्माण के लिए 4 करोड़ रुपए तक की आर्थिक मदद दी जाएगी. सीएम नीतीश कुमार की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में यह फैसला लिया गया.
- बिहार में फिल्म निर्माण की काफी संभावनाएं
बैठक के बाद, अतिरिक्त मुख्य सचिव (कैबिनेट सचिवालय) एस सिद्धार्थ ने संवाददाताओं को बताया कि कैबिनेट ने बिहार की नई फिल्म प्रमोशन नीति को मंजूरी दे दी है. उन्होंने कहा कि बिहार में फिल्म निर्माण की काफी संभावनाएं और अवसर हैं. उन्होंने कहा कि यह प्रस्ताव राज्य सरकार के कला, संस्कृति और युवा मामलों के विभाग की तरफ से आया था.
- किन निर्माताओं को मिलेगी आर्थिक मदद
कला, संस्कृति एवं युवा मामले विभाग की अपर मुख्य सचिव हरजोत कौर बमरा ने बताया कि नई फिल्म नीति के तहत फिल्म निर्माताओं को बिहार की समृद्ध सांस्कृति विरासत को दर्शाने वाली फिल्मे बनाने के लिए सहायता मिलेगी.
उन्होंने कहा कि बिहार के दर्शनीय स्थल और पर्याप्त बुनियादी ढांचे फिल्म निर्माताओं के लिए आकर्षण का केंद्र हैं. उन्होंने कहा कि पॉलिसी में क्षेत्रीय भाषाओं और अन्य फिल्में, डॉक्यूमेंट्रीज, धारावाहिक बनाने के लिए 4 करोड़ रुपए की आर्थिक मदद दी जाएगी.
- क्षेत्रीय भाषा में फिल्म निर्माण को मिलेगी वित्तीय सहायता
इसके अलावा भोजपुरी, मैथिली, मगही, अंगिका और बज्जिका जैसी क्षेत्रीय भाषाओं में फिल्में बनाने के लिए वित्तीय सहायता दी जाएगी.
- लागू किया जाएगा सिंगल विंडो सिस्टम
बमराह ने कहा कि समय पर इस पॉलिसी का लाभ देने के लिए सिंगल विंडो सिस्टम बनाया जाएगा. बमराह ने कहा कि फिल्म निर्माताओं की सुविधा के लिए एक फिल्म सुविधा केंद्र की भी स्थापना की जाएगी.