भारतीय शूटिंग टीम ने पेरिस में इतिहास रच दिया है. तीसरे दिन भारत को एक और पदक मिला है. भारत के मनु भाकर और सरबजोत सिंह 10 मीटर एयर पिस्टल मिक्स्ड टीम इवेंट में ओह ये जिन और ली वोनहो को हराकर ब्रॉन्ज मेडल जीत लिया है. मनु भाकर के साथ निशानेबाज सरबजोत सिंह ने भी ब्रॉन्ज मेडल जीता है. सरबजोत सिंह एक भारतीय निशानेबाज हैं.
भारतीय शूटिंग टीम ने पेरिस में इतिहास रच दिया है. तीसरे दिन भारत को एक और पदक मिला है. भारत के मनु भाकर और सरबजोत सिंह 10 मीटर एयर पिस्टल मिक्स्ड टीम इवेंट में ओह ये जिन और ली वोनहो को हराकर ब्रॉन्ज मेडल जीत लिया है. दोनों ने 16-10 से यह मैच जीता. शूटर मनु भाकर ने पेरिस ओलिंपिक में इतिहास रच दिया है. वे एक ही ओलिंपिक गेम्स में दो मेडल जीतने पहली भारतीय महिला बनी हैं.
मनु भाकर इससे पहले 10 मीटर एयर पिस्टल के सिंगल्स इवेंट में भी ब्रॉन्ज मेडल जीत चुकी है. ये पेरिस आलंपिक का उनका दूसरा मेडल है. मनु ने मेडल टैली में भारत का खाता खोला था. पहला मेडल जीतने के 48 घंटों के बाद मनु भाकर ने एक बार फिर से इतिहास रच दिया है.
कौन हैं सरबजोत सिंह?
मनु भाकर के साथ निशानेबाज सरबजोत सिंह ने भी ब्रॉन्ज मेडल जीता है. सरबजोत सिंह एक भारतीय निशानेबाज हैं जो शूटिंग के खेल में अपने कौशल के लिए जाने जाते हैं. सरबजोत सिंह हरियाणा के अंबाला के बराड़ा ब्लॉक के धीन गांव के रहने वाले हैं. वो किसान परिवार से आते हैं. बचपन से ही उनके माता-पिता ने उन्हें शूटिंग के लिए प्रोत्साहित किया. उन्होंने डीएवी कॉलेज, सेक्टर 10, चंडीगढ़ से अपनी पढ़ाई पूरी की है.
सरबजोत सिंह अंबाला कैंट स्थित सेंट्रल फीनिक्स क्लब में कोच अभिषेक राणा एआर शूटिंग अकादमी से ट्रेनिंग ली है. सरबजोत सिंह कई इवेंट में मेडल जीत चुके हैं. साल 2019 में वे ISSF जूनियर वर्ल्ड कप में गोल्ड मेडल जीत चुके हैं. साल 2021 में उन्होंने वर्ल्ड चैंपियनशिप में सिंगल और टीम इवेंट में देश को गोल्ड दिलाया. सरबजोत सिंह 2022 में चीन में हुए एशियाई खेलों में भारतीय शूटिंग टीम का हिस्सा रह चुके हैं.
पेरिस ओलंपिक का दर्द
पेरिस ओलंपिक में दो मेडल जीत चुकीं मनु भाकर टोक्यो ओलंपिक में चुक गई थी. टोक्यो में जब उन्होंने ओलंपिक डेब्यू किया था तो उन्हें वहां से खाली हाथ ही लौटना पड़ा था. शूटिंग के दौरान उनका पिस्टल फंस गया जिससे वह बाहर हो गई थीं. क्वालिफाइंग राउंड में मनु को 55 मिनट में 44 शॉट लेने थे. तभी उनकी पिस्टल खराब हो गई और वह फाइनल की रेस से बाहर हो गईं.