नाबालिग बच्चियों का यौन शोषण, विरोध प्रदर्शन में जल उठा बदलापुर

0
22

मामला ठाणे के एक स्कूल का है जहां के एक सफाईकर्मी पर 17 अगस्त को स्कूल की दो मासूम बच्चों का यौन शोषण करने का आरोप लगा था. आरोपी सफाईकर्मी को गिरफ्तार कर लिया गया है. इस मामले में प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई करते हुए स्कूल के प्रिंसिपल और दो कर्मचारियों को सस्पेंड कर दिया है.

Badlapur School Sexual Abuse Case: देश की बहन-बेटियों-महिलाओं की सुरक्षा हर दिन एक चुनौती बनती जा रही है. कोलकाता में ट्रेनी महिला डॉक्टर के रेप-मर्डर का मामला अभी ठंडा नहीं हुआ कि मुंबई से सटे ठाणे के एक स्कूल में दो नाबालिग बच्चों के यौन शोषणा का मामला सामने आ गया. इस घटना से आक्रोशित होकर सैकड़ों लोग मंगलवार सुबह करीब 8 बजे बदलापुर रेलवे स्टेशन पर जमा हो गए और पटरियों को जाम कर दिया जिसकी वजह से करीब तीन घंटे तक इस रूप पर लोकल ट्रेनों का आवागमन बाधित हुआ.

मामला ठाणे के एक स्कूल का है जहां के एक सफाईकर्मी पर 17 अगस्त को स्कूल की दो मासूम बच्चों का यौन शोषण करने का आरोप लगा था. आरोपी सफाईकर्मी को गिरफ्तार कर लिया गया है. इस मामले में प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई करते हुए स्कूल के प्रिंसिपल और दो कर्मचारियों को सस्पेंड कर दिया है.

विरोध प्रदर्शन के बीच मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि उन्होंने बदलापुर की घटना को गंभीरता से लिया है. उन्होंने कहा, ‘इस मामले में एसआईटी गठित की गई है और हम भी स्कूल के खिलाफ कार्रवाई करने जा रहे हैं जहां यह घटना घटी. हम जल्द से जल्द इस मामले को सुलझाना चाहते हैं आरोपी को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा.’

बदलापुर स्कूल की इस घटना पर महाराष्ट्र की राजनीति भी गरमा गई है. शिवसेना  (UBT) के प्रमुख उद्धव ठाकरे ने इस मामले का फास्ट ट्रैक ट्रायल कराने और दोनों बच्चियों को जल्द न्याय दिलाने की मांग की है. उद्धव ठाकरे ने कहा कि एक तरफ तो महायूति सरकार मुख्यमंत्री लाडली बहिन योजना चला रही है और लेकिन बहनों की बेटियां सुरक्षित नहीं हैं.

ठाणे स्कूल यौन शोषण मामले से जुड़ी प्रमुख बातें

शिकायत के अनुसार, आरोपी ने स्कूल के टॉयलेट में बच्चियों का यौन शौषण किया. इसके बाद बच्चियों ने अपने माता-पिता को यह बात बताई कि अंटेंडेंट ने उन्हें गलत तरीके से छुआ जिसके बाद आरोपी के खिलाफ पोक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज हुआ.

बाद में पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया. सोमवार की देर शाम स्कूल प्रशासन ने कहा कि उन्होंने स्कूल के प्रिसिंपल, क्लास टीचर और एक महिला अटेंडेंट को इस मामले के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए उन्हें निलंबित कर दिया है.

स्कूल प्रबंधन ने इस घटना को लेकर माफी भी मांगी.

स्कूल प्रबंधन ने कहाकि उन्होंने उस कंपनी को भी ब्लैकलिस्ट कर दिया है जिसे हाउसकीपींग का कॉन्ट्रेक्ट दिया गया था.

इस घटना के बाद स्कूल में सुरक्षा भी बढ़ा दी गई है.

अधिकारियों ने कहा कि अभिभावकों की शिकायत पर त्वरित कार्रवाई न करने को लेकर बदलापुर पुलिस स्टेशन के इंचार्ज का भी ट्रांसफर कर दिया गया है.

मंगलवार को बड़ी संख्या में बच्चों के अभिभावक स्कूल के बाहर जमा हुए और दोषी पर कड़ी कार्रवाई की मांग की.

कुछ समय बाद अभिभावक हाथ में बैनर और पोस्टर लिए बदलापुर रेलवे स्टेशन पर पहुंचे और पटरियों को जाम कर दिया.

शिवसेना (यूबीटी) नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि इस घटना को लेकर पूरे प्रदेश में आक्रोश है और न्याय की मांग कर रहा है. उन्होंने कहा कि मैं राष्ट्रपति भवन सेमहाराष्ट्र शक्ति आपराधिक कानून को पारित करने की अपील करती हूं ताकि किसी अन्य बच्चे या महिला को इस तरह की घटना का शिकार ना होना पड़े.

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here