Kalindi Express: यूपी के कानपुर में कालिंदी एक्सप्रेस को डिरेल यानी पटरी से उतारने की कोशिश का मामला सामने आया है. पुलिस के मुताबिक, ट्रेन के आने से पहले पटरी पर एलपीजी सिलेंडर रखा गया था, जिससे ट्रेन टकरा गई. पुलिस का दावा ‘पटरी से उतारने की कोशिश’ की गई है. ट्रेन कानपुर से रवाना होकर हरियाणा के भिवानी की ओर जा रही थी. घटना रविवार रात यानी 8 सितंबर को उस वक्त हुई जब ट्रेन शिवराजपुर इलाके से गुजर रही थी.
उत्तर प्रदेश के कानपुर में रविवार देर रात कालिंदी एक्सप्रेस के पटरी पर रखे एलपीजी सिलेंडर से टकराने के बाद एक बड़ा हादसा टल गया. पुलिस ने इसे ‘ट्रेन को पटरी से उतारने का प्रयास’ बताया. उत्तर प्रदेश के दूसरे सबसे बड़े शहर कानपुर और हरियाणा के भिवानी को जोड़ने वाली कालिंदी एक्सप्रेस तेज गति से जा रही थी, इसी दौरान वो कानपुर के शिवराजपुर में सिलेंडर से टकरा गई.
एक सीनियर पुलिस अधिकारी ने पीटीआई को बताया कि एलपीजी सिलेंडर को पटरी पर रखकर कालिंदी एक्सप्रेस को पटरी से उतारने की कोशिश की गई. सूचना मिलने के तुरंत बाद सीनियर अधिकारी मौके पर पहुंचे और जांच शुरू की. फोरेंसिक टीम को बुलाया गया और रेलवे सुरक्षा बल भी मामले की जांच कर रहा है.
लोको पायलट ने समय रहते लगाए इमरजेंसी ब्रेक
लोको पायलट (ट्रेन का ड्राइवर) ने वस्तु (सिलेंडर) को देखने के बाद इमरजेंसी ब्रेक लगाए. ट्रेन रुकने से पहले सिलेंडर से टकराई, लेकिन टक्कर के से सिलेंडर पटरी से दूर चला गया. घटना के बाद कालिंदी एक्सप्रेस करीब 20 मिनट तक घटनास्थल पर खड़ी रही और जांच के लिए उसे दोबारा बिल्हौर स्टेशन पर रोका गया. पुलिस को मौके से सिलेंडर के अलावा पेट्रोल की बोतल और माचिस भी मिली है.
हाल के महीनों में उत्तर प्रदेश में ये दूसरी ऐसी घटना है. 17 अगस्त को, वाराणसी-अहमदाबाद साबरमती एक्सप्रेस के 22 डिब्बे कानपुर के पास पटरी से उतर गए थे, जब इंजन किसी ‘वस्तु’ से टकराया था, जिसे लोको पायलट ने एक पत्थर बताया था. जुलाई में राज्य के गोंडा जिले में चंडीगढ़-डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस के पटरी से उतर जाने से चार यात्रियों की मौत हो गई थी.
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