Politics News: कांग्रेस (Congress) ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (BJP) के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने दुष्कर्म और मानहानि के गंभीर इल्जामों से जुड़े दो अलग-अलग लम्बित अदालती मुकदमों की जानकारी इंदौर-1 सीट से भरे नामांकन में जानबूझकर नहीं दी है. कांग्रेस ने यह भी कहा कि वह राज्य में 17 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनावों में विजयवर्गीय की उम्मीदवारी को चुनौती देने के लिए शीर्ष न्यायालय तक कानूनी लड़ाई लड़ेगी.
भाजपा का कहना है कि ‘मुद्दाविहीन’ कांग्रेस को विधानसभा चुनावों में अपनी घोर पराजय का पूर्वाभास हो गया है, इसलिए वह भाजपा उम्मीदवारों पर घटिया आरोप लगाने पर उतर आई है. कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता चरण सिंह सपरा ने इंदौर में संवाददाता सम्मेलन में कहा कि छत्तीसगढ़ के पूर्व महाधिवक्ता कनक तिवारी ने दुर्ग की एक अदालत में 1999 में विजयवर्गीय के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर किया था और भाजपा महासचिव के नाम जारी विभिन्न समन और वारंट की तामील नहीं होने पर अदालत ने उन्हें इस मामले में 2019 से ‘फरार’ घोषित कर रखा है.